फिर बढ़ेगी मोबाइल रिचार्ज की कीमत: उपभोक्ताओं को लगेगा तगड़ा झटका – अगर आप पहले से ही बढ़ती मोबाइल रिचार्ज कीमतों से परेशान हैं, तो आने वाले दिनों में आपकी जेब पर और बोझ बढ़ने वाला है। खबरों के मुताबिक, मोबाइल कंपनियां अपने रिचार्ज प्लान की कीमतों में 10-12% तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं। इससे विशेष रूप से मिड और हाई-रेंज के प्लान लेने वाले ग्राहकों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
क्यों बढ़ रहे हैं रिचार्ज प्लान?
इस बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह है मई 2025 में मोबाइल एक्टिव यूजर्स की भारी संख्या में बढ़ोतरी।
- 74 लाख नए एक्टिव यूजर जुड़े हैं, जो पिछले 29 महीनों में सबसे ज्यादा है।
- कुल एक्टिव यूजर्स की संख्या अब 108 करोड़ तक पहुंच चुकी है।
- कंपनियों का मानना है कि बढ़ते यूजर बेस के चलते अब रेट बढ़ाना ज्यादा असरदार रहेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, पिछली बार की बढ़ोतरी के बाद भी यूजर्स ने रिचार्ज करना नहीं छोड़ा, इसलिए कंपनियों को अब दोबारा बढ़ोतरी का साहस मिल रहा है।
डेटा लिमिट में कटौती की योजना
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल कंपनियां अब ‘टायर्ड प्राइसिंग मॉडल’ पर काम कर रही हैं। इसका मतलब यह है कि:
- एक ही कीमत पर कम डेटा दिया जा सकता है।
- यूजर्स को बार-बार अलग से डेटा पैक खरीदने पड़ सकते हैं।
- कंपनियां छोटे और सस्ते डेटा पैक्स को प्रमोट करेंगी, जो आगे चलकर महंगे किए जा सकते हैं।
इस रणनीति से कंपनियां ग्राहकों को ज़्यादा खर्च करवाने पर मजबूर कर सकती हैं।
कौन-कौन सी कंपनियों को मिला फायदा?
Jio:
- 55 लाख नए एक्टिव यूजर्स जुड़े।
- एक्टिव यूजर शेयर अब 53% हो गया है।
Airtel:
- 13 लाख नए एक्टिव यूजर्स जोड़े।
- शेयर बढ़कर 36% हो गया है।
Vodafone Idea:
- लगातार यूजर्स गंवा रही है।
- इसका सीधा फायदा Jio और Airtel को मिल रहा है।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
टेलीकॉम विशेषज्ञों का मानना है कि रिचार्ज प्लान की कीमतें इसलिए भी बढ़ रही हैं क्योंकि:
- सिर्फ जरूरतों के लिए इस्तेमाल होने वाले सिम भी अब फिर से एक्टिव हो गए हैं।
- इससे कंपनियों को यह यकीन हुआ है कि उपभोक्ता कीमतें बढ़ने पर भी रिचार्ज करते रहेंगे।
- Jefferies जैसी ब्रोकरेज फर्म का भी मानना है कि Jio और Airtel के लिए यह दाम बढ़ाने का सही मौका है।
ग्राहकों को चाहिए सतर्कता
मोबाइल रिचार्ज प्लान में संभावित बढ़ोतरी और डेटा लिमिट में कटौती से ग्राहकों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा। ऐसे में जरूरी है कि ग्राहक:
- अपने इस्तेमाल का विश्लेषण करें और जरूरत अनुसार ही प्लान लें।
- छोटे डेटा पैक्स से बचें, क्योंकि ये लंबे समय में महंगे पड़ सकते हैं।
- अगर जरूरत हो तो सही समय पर नंबर पोर्ट करने का विकल्प खुला रखें।